कुरीतियों के खिलाफ देवांगन समाज की बड़ी पहल, सामाजिक बहिष्कार की सजा देने वालों पर कराई जाएगी एफआईआर

कुरीतियों के खिलाफ देवांगन समाज की बड़ी पहल, सामाजिक बहिष्कार की सजा देने वालों पर कराई जाएगी एफआईआर|
रायपुर,सामाजिक कुरीतियों को जड़ से मिटाने के लिए देवांगन समाज ने बड़ी पहल की है। समाज के पदाधिकारी किसी भी व्यक्ति का बहिष्कार नहीं कर सकेंगे। अगर कहीं से भी ऐसा शिकायत मिली तो बहिष्कार की सजा देने वाले के खिलाफ संगठन की ओर से मुकदमा दर्ज कराया जाएगा। यह फैसला देवांगन कोष्टा समाज के पांचवें वार्षिक अधिवेशन में लिया गया। देवांगन समाज के प्रदेश अध्यक्ष डॉ.ओमप्रकाश देवांगन ने कहा कि समाज से किसी व्यक्ति को बहिष्कार नहीं किया जा सकता है।
इसके लिए देश में 3 साल की सजा और एक लाख रुपए जुर्माना का कानूनी प्रावधान है। लिहाजा अब संगठन की जिला व राज इकाई से जुड़े लोग किसी को भी समाज से निकाल-बाहर करने या बहिष्कार के नाम पर ब्लैकमेल नहीं कर सकते हैं। संगठन इसके लिए देवांगन समाज के नामी-गिरामी वकीलों से विचार-विमर्श कर रहा है। कोई आपको समाज से बाहर निकालने की धमकी देता है या बयान देता या लिखित में बहिष्कार करता है। तो देवांगन समाज मिलकर देश के कानून के तहत पीड़ित परिवार की मदद करेगा।
प्री वेडिंग और समारोहों में शराब परोसने पर भी प्रतिबंध
अधिवेशन में प्री वेडिंग पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की गई। इसके अलावा समारोहों में शराब परोसने पर भी पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया गया है। साथ ही 8-21 साल की लड़कियों को आत्मसुरक्षा की ट्रेनिंग देने का संकल्प लिया गया। इसी प्रकार पति और पत्नी के बीच विवादों का निपटारा समाज के प्लेटफार्म पर किया जाएगा। समाज में युवाओं के लिए अपने बुजुर्ग माता-पिता की देखभाल करना अनिवार्य होगा। माता-पिता की अनदेखी करने वालों को समाज दंडित करेगा। इसके अलावा सार्वजनिक रूप से मदिरापान व समारोहों में पंगत में शराब परोसने पर भी रोक लगा दी गई है।